Complete Microsoft Word Tutorial In Hindi With Explanation. FULL MS WORD COURSE

 Complete Microsoft Word Tutorial In Hindi 


Written by Sunil Bhargav

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MS Word UI Elements – Status Bar और अन्य सभी घटकों की पूरी जानकारी

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1. Status Bar (स्थिति पट्टी) क्या है?


यह MS Word विंडो के सबसे नीचे दिखाई देती है।


इसमें डॉक्यूमेंट की स्थिति से जुड़ी लाइव जानकारी दी जाती है।



मुख्य विकल्प/जानकारी:


कस्टमाइज़ कैसे करें?


Status Bar पर राइट क्लिक करें


वहाँ से आप दिखने वाले आइटम्स को ऑन/ऑफ कर सकते हैं (जैसे Word Count, Track Changes, आदि)




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2. Title Bar (शीर्षक पट्टी) क्या है?


यह MS Word विंडो के सबसे ऊपर होती है।


इसमें ओपन डॉक्यूमेंट का नाम और एप्लिकेशन का नाम (Microsoft Word) लिखा होता है।



अन्य चीज़ें:


Quick Access Toolbar (बाईं ओर)


Minimize, Maximize, Close बटन (दाईं ओर)




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3. Quick Access Toolbar (त्वरित पहुंच टूलबार) क्या है?


Title Bar में ही ऊपर बाएँ कोने में छोटा टूलबार


इसमें आप ज़्यादातर इस्तेमाल होने वाले टूल्स को जोड़ सकते हैं



डिफ़ॉल्ट कमांड्स:


Save


Undo


Redo



आप खुद जोड़ सकते हैं:


New


Open


Quick Print


Email


Draw Table आदि



कैसे जोड़ें:

Arrow बटन (Customize Quick Access Toolbar) > More Commands



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4. Ribbon (मुख्य टूलबार / रिबन) क्या है?


Home, Insert, Design, Layout जैसे सभी Tabs और Tools का समूह



घटक:


Tabs: जैसे Home, Insert, Design आदि


Groups: Font, Paragraph, Clipboard आदि


Commands: Bold, Italic, Bullets आदि



कस्टमाइज़ कैसे करें?


File > Options > Customize Ribbon




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5. Ruler (रूलर/नाप पट्टी) क्या है?


यह डॉक्यूमेंट के ऊपर (Horizontal) और बाईं ओर (Vertical) दिखाई देता है।


इससे आप Margins, Indents और Tab Stops को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।



कैसे चालू/बंद करें?


View Tab > Ruler चेकबॉक्स




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6. Scroll Bars (स्क्रॉल बार) क्या है?


Vertical Scroll Bar: पेज ऊपर-नीचे स्क्रॉल करने के लिए


Horizontal Scroll Bar: बाएँ-दाएँ स्क्रॉल करने के लिए (यदि जरूरी हो)




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7. Document Area (दस्तावेज़ क्षेत्र) क्या है?


यह वह जगह है जहाँ आप वास्तव में टाइपिंग या एडिटिंग करते हैं।


यहाँ पर पेज की boundaries, कंटेंट, इमेज, टेबल्स आदि दिखते हैं।




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8. Zoom Controls (ज़ूम कंट्रोल)


Status Bar में होता है


आप डॉक्यूमेंट को 10% से 500% तक ज़ूम कर सकते हैं


"+" या "–" बटन से बढ़ा/घटाया जा सकता है




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9. Scroll Box (स्क्रॉल बॉक्स)


स्क्रॉल बार में एक छोटा बॉक्स होता है जिसे ड्रैग करके आप तेज़ी से ऊपर-नीचे मूव कर सकते हैं


Hover करने पर पेज नंबर भी दिखता है




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10. Mini Toolbar क्या है?


जब आप कोई टेक्स्ट सेलेक्ट करते हैं, तो एक छोटा फ्लोटिंग टूलबार दिखता है


इसमें फ़ॉन्ट, साइज, बोल्ड, इटैलिक, हाईलाइट, कलर आदि के शॉर्टकट होते हैं

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OFFICE BUTTON/FILE TAB


MS Word 2007 में इसे "Office Button" कहा जाता है (ऊपर बाएँ कोने में गोल बटन)


MS Word 2010 और इसके बाद से इसे "File Tab" कहा जाता है (Ribbon में सबसे पहला टैब)

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File Tab क्या है?


File Tab वह स्थान है जहाँ आप अपने डॉक्यूमेंट को बनाना, खोलना, सहेजना, प्रिंट करना, एक्सपोर्ट करना, शेयर करना, और डॉक्यूमेंट से संबंधित अन्य सेटिंग्स को एक्सेस करते हैं।


इसे आप Backstage View भी कहते हैं क्योंकि यह Word के "पीछे" के कामों को मैनेज करता है।

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File Tab (या Office Button) के मुख्य विकल्प:

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1. New (नया डॉक्यूमेंट):


नया ब्लैंक डॉक्यूमेंट बनाएं


या पहले से बने टेम्प्लेट से डॉक्यूमेंट शुरू करें (जैसे Resume, Invoice आदि)

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2. Open (ओपन):


पहले से सेव किए गए डॉक्यूमेंट को खोलें


हाल ही में खोले गए डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट भी दिखाता है

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3. Save (सेव):


डॉक्यूमेंट को सेव करता है (पहली बार सेव करने पर फाइल नाम और स्थान पूछता है)


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4. Save As (सेव ऐज़):


डॉक्यूमेंट को दूसरे नाम, फॉर्मेट (जैसे PDF, .docx, .doc, .txt) या स्थान पर सेव करें


काम आता है जब आपको ओरिजिनल फाइल की कॉपी बनानी हो




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5. Print (प्रिंट):


डॉक्यूमेंट प्रिंट करने के लिए ऑप्शन


प्रिंट प्रिव्यू देखें


कितने पेज प्रिंट करने हैं, कौन सा प्रिंटर, पेज रेंज, ओरिएंटेशन, आदि चुनें




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6. Share (शेयर):


डॉक्यूमेंट को Email से भेजें, Cloud पर सेव करें या लिंक जनरेट करें


Office 365 में SharePoint, OneDrive से शेयर करने का विकल्प भी होता है




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7. Export (एक्सपोर्ट):


डॉक्यूमेंट को PDF, XPS या अन्य फॉर्मेट में कनवर्ट करके सेव करें




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8. Close (बंद करें):


वर्तमान डॉक्यूमेंट को बंद करता है (Word ऐप नहीं बंद करता)




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9. Account (अकाउंट):


आपकी Microsoft Account डिटेल्स


Office Product Key, Update Options, Sign-in/Out




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10. Options (विकल्प):


Word की सेटिंग्स बदलने के लिए


Display Options


Proofing (Spelling/Grammar)


Save settings


Language Preferences


Customize Ribbon and Quick Access Toolbar


Advanced options




Access करने का तरीका:

File > Options



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MS Word 2007 के Office Button में भी लगभग वही चीजें होती हैं:


New, Open, Save, Save As, Print, Prepare (Document Properties, Inspect), Send, Publish, Close




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नोट:


File Tab में जो भी ऑपरेशन आप करते हैं वो Word के अंदर टेक्स्ट पर सीधे लागू नहीं होते, बल्कि डॉक्यूमेंट के 'बाहर' के काम होते हैं। इसलिए इसे "Backstage View" कहा जाता है।


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PART 1: (Home Tab) – हर विकल्प का विस्तार से विवरण (हिंदी में)


1. Clipboard ग्रुप:


Cut (Ctrl + X): चयनित टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट को हटाकर क्लिपबोर्ड में भेजता है।


Copy (Ctrl + C): चयनित टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट की कॉपी करता है।


Paste (Ctrl + V): क्लिपबोर्ड में सेव किए गए कंटेंट को डॉक्यूमेंट में पेस्ट करता है।


Format Painter: एक टेक्स्ट या पैराग्राफ की फॉर्मेटिंग को कॉपी करके किसी अन्य पर अप्लाई करता है।




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2. Font ग्रुप:


Font Name: फॉन्ट स्टाइल चुनें (जैसे Arial, Times New Roman)।


Font Size: अक्षरों का आकार बदलें (जैसे 11, 14, 20)।


Increase/Decrease Font Size: एक क्लिक में आकार बड़ा या छोटा करें।


Change Case: टेक्स्ट को Uppercase, lowercase, Capitalize में बदलें।


Clear Formatting: पूरे टेक्स्ट की फॉर्मेटिंग हटाएं।


Bold (Ctrl + B): टेक्स्ट मोटा करें।


Italic (Ctrl + I): टेक्स्ट तिरछा करें।


Underline (Ctrl + U): टेक्स्ट के नीचे लाइन लगाएं।


Strikethrough: टेक्स्ट के बीच में लाइन लगाएं (जैसे काटा गया)।


Subscript: अक्षर को नीचे छोटा करें (H₂O)।


Superscript: अक्षर को ऊपर छोटा करें (X²)।


Text Effects: ग्लो, शैडो, आउटलाइन इत्यादि प्रभाव लगाएं।


Text Highlight Color: टेक्स्ट के पीछे कलर हाइलाइट करें।


Font Color: टेक्स्ट का रंग बदलें।




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3. Paragraph ग्रुप:


Bullets: बुलेट लिस्ट बनाएं (●, ○ आदि)।


Numbering: नंबर वाली लिस्ट बनाएं (1., 2., 3. आदि)।


Multilevel List: उप-लिस्ट बनाएं (a., i., 1.1 आदि)।


Decrease Indent / Increase Indent: पैराग्राफ को बाईं या दाईं ओर खिसकाना।


Sort: टेक्स्ट को A-Z या Z-A क्रम में व्यवस्थित करना।


Show/Hide ¶: पैराग्राफ मार्क्स और स्पेसिंग दिखाना।


Align Left (Ctrl + L): टेक्स्ट बाईं ओर।


Center (Ctrl + E): टेक्स्ट बीच में।


Align Right (Ctrl + R): टेक्स्ट दाईं ओर।


Justify (Ctrl + J): टेक्स्ट को दोनों किनारों पर बराबर करना।


Line Spacing: लाइन के बीच गैप तय करना (1.0, 1.5, 2.0 आदि)।


Shading: पैराग्राफ के पीछे रंग भरना।


Borders: बॉर्डर लगाना – ऊपर, नीचे, चारों ओर।




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4. Styles ग्रुप:


Styles List: प्री-डिफाइंड स्टाइल्स जैसे Heading 1, Title, Subtle Emphasis आदि।


Apply Styles: एक क्लिक में पूरे टेक्स्ट को स्टाइल दें।


Create a Style: अपनी खुद की नई स्टाइल बनाएं।




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5. Editing ग्रुप:


Find (Ctrl + F): डॉक्यूमेंट में शब्द या वाक्य खोजें।


Replace (Ctrl + H): किसी शब्द को दूसरे से बदलें।


Select:


Select All: पूरे डॉक्यूमेंट को सिलेक्ट करें।


Select Objects: किसी इमेज या ऑब्जेक्ट को सिलेक्ट करें।


MS Word Insert Tab – पूरा ट्यूटोरियल (हिन्दी में)



PART 2: (Insert Tab) का उपयोग हम डॉक्यूमेंट में विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ (Images, Tables, Charts, Links आदि) जोड़ने के लिए करते हैं। इसमें 9 मुख्य ग्रुप होते हैं:



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1. Pages ग्रुप


Cover Page: डॉक्यूमेंट की शुरुआत में एक सुंदर कवर पेज जोड़ सकते हैं। पहले से बने टेम्पलेट्स उपलब्ध हैं।


Blank Page: एक खाली पेज जोड़ने के लिए।


Page Break: जहाँ भी कर्सर है वहाँ से नया पेज शुरू हो जाता है। (Shortcut: Ctrl + Enter)




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2. Tables ग्रुप


Table: डॉक्यूमेंट में कॉलम और रो वाली टेबल डाल सकते हैं।


आप ड्रैग करके टेबल बना सकते हैं या "Insert Table" से मनचाहा साइज चुन सकते हैं।


"Draw Table" से पेंसिल की मदद से टेबल बना सकते हैं।





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3. Illustrations ग्रुप


Pictures: अपने कंप्यूटर से कोई भी फोटो या इमेज जोड़ सकते हैं।


Online Pictures: इंटरनेट से सीधे इमेज सर्च कर के जोड़ सकते हैं।


Shapes: predefined आकृतियाँ (जैसे arrow, circle, rectangle आदि) डाल सकते हैं।


Icons: सामान्य इस्तेमाल वाले सिंपल व क्लीन आइकन जोड़े जाते हैं।


3D Models: इंटरैक्टिव 3D ऑब्जेक्ट्स जोड़े जा सकते हैं जिन्हें आप घुमा सकते हैं।


SmartArt: प्रोसेस, हायरार्की, साइक्लिक आदि ग्राफिकल आरेख बनाना।


Chart: डेटा विज़ुअलाइज़ करने के लिए बार चार्ट, पाई चार्ट, लाइन चार्ट आदि डाले जाते हैं।


Screenshot: किसी भी खुले विंडो या स्क्रीन के हिस्से का स्क्रीनशॉट डॉक्यूमेंट में डाल सकते हैं।




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4. Add-ins ग्रुप


Get Add-ins: नए फीचर्स या टूल्स को जोड़ सकते हैं जैसे Translator, QR Code Generator आदि।


My Add-ins: पहले से इंस्टॉल किए गए ऐड-इन्स को मैनेज करना।




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5. Links ग्रुप


Link (Ctrl + K): टेक्स्ट या इमेज को किसी वेबसाइट, फाइल या डॉक्यूमेंट के पेज से लिंक करना।


Bookmark: किसी स्थान को मार्क करें ताकि आप बाद में सीधे वहाँ पहुँच सकें।


Cross-reference: डॉक्यूमेंट में किसी हेडिंग, चित्र, टेबल आदि का संदर्भ देना।




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6. Comments ग्रुप


Comment: किसी टेक्स्ट के ऊपर टिप्पणी या सुझाव जोड़ें।


Delete: जो टिप्पणी डाली है उसे हटाना।




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7. Header & Footer ग्रुप


Header: पेज के सबसे ऊपर की जगह पर जानकारी डालें जैसे डॉक्यूमेंट का नाम या लेखक।


Footer: पेज के नीचे की जगह पर जानकारी डालें जैसे तारीख, कॉपीराइट आदि।


Page Number: हर पेज पर नंबर जोड़ें, ऊपर, नीचे या किनारे पर।




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8. Text ग्रुप


Text Box: टेक्स्ट को किसी बॉक्स के अंदर डालें जिसे आप कहीं भी मूव कर सकते हैं।


Quick Parts: बार-बार इस्तेमाल होने वाले टेक्स्ट को सेव करके दोबारा जोड़ सकते हैं।


WordArt: डेकोरेटिव और स्टाइलिश टेक्स्ट डाल सकते हैं।


Drop Cap: पैराग्राफ का पहला अक्षर बड़ा और आकर्षक बनाना (जैसे अखबारों में होता है)।


Signature Line: डॉक्यूमेंट में सिग्नेचर के लिए जगह रखना।


Date & Time: मौजूदा तारीख और समय डालना।


Object: कोई अन्य फाइल जैसे PDF, Excel, या अन्य डॉक्यूमेंट एम्बेड करना।




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9. Symbols ग्रुप



Equation: गणितीय फॉर्मूले और साइंस फॉर्मूलों को सुंदर ढंग से जोड़ना।


Symbol: विशेष चिह्न डालना जैसे @, ©, ™, €, आदि।



Select Text with Similar Formatting: एक जैसी फॉर्मेटिंग वाला टेक्स्ट सिलेक्ट करें।



MS Word: Page Layout Tab – पूरा ट्यूटोरियल (हिन्दी में)



PART 3: (Layout/Page Layout Tab) का उपयोग हम पेज की संरचना, मार्जिन, ओरिएंटेशन, साइज, कॉलम, लाइन नंबर आदि सेट करने के लिए करते हैं। यह विशेष रूप से प्रिंटिंग या फॉर्मेटिंग के समय काम आता है।



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1. Page Setup ग्रुप


Margins


डॉक्यूमेंट के चारों ओर की खाली जगह सेट करें।


विकल्प: Normal, Narrow, Moderate, Wide, या Custom मार्जिन।



Orientation


पेज की दिशा तय करें:


Portrait (खड़ी दिशा – लंबवत)


Landscape (आड़ी दिशा – क्षैतिज)




Size


पेज का आकार चुनें जैसे A4, A5, Letter आदि।



Columns


पेज को एक से ज़्यादा कॉलम में बाँटना। (जैसे अखबारों में)


विकल्प: One, Two, Three, Left, Right, या Custom Columns



Breaks


डॉक्यूमेंट को अलग-अलग सेक्शन में बाँटने के लिए:


Page Break (नया पेज)


Column Break (कॉलम बदलना)


Section Break (Next Page, Continuous, Even Page, Odd Page)




Line Numbers


हर लाइन के आगे नंबर दिखाना।


विकल्प: Continuous, Restart Each Page, Restart Each Section




Hyphenation


शब्दों को पंक्ति के अंत में बाँटने की अनुमति देना (जैसे Auto या Manual)




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2. Paragraph ग्रुप


Indent


पैराग्राफ को बाएं या दाएं ओर से थोड़ा अंदर करना।


Left Indent: बाएं से दूरी


Right Indent: दाएं से दूरी




Spacing


पैराग्राफ से पहले और बाद में कितनी जगह हो:


Before: पैराग्राफ से पहले का अंतर


After: पैराग्राफ के बाद का अंतर





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3. Arrange ग्रुप (यह ग्रुप तभी दिखता है जब कोई ऑब्जेक्ट/इमेज सेलेक्ट हो)


Position


इमेज या ऑब्जेक्ट को पेज पर कहाँ रखना है, यह तय करें।



Wrap Text


टेक्स्ट इमेज के चारों ओर कैसे लपेटा जाए:


In Line with Text, Square, Tight, Behind Text, In Front of Text आदि।




Bring Forward / Send Backward


इमेज या ऑब्जेक्ट को ऊपर या नीचे ले जाना (जब एक से ज्यादा ऑब्जेक्ट हों)।



Selection Pane


डॉक्यूमेंट के सारे ऑब्जेक्ट्स की सूची देखें और प्रबंधित करें।



Align


एक से ज्यादा ऑब्जेक्ट्स को सही से संरेखित करना (Align Left, Center, Right आदि)।



Group / Ungroup


एक से ज्यादा ऑब्जेक्ट्स को एक साथ समूह बनाना या अलग करना।



Rotate


ऑब्जेक्ट को घुमाना: 90 डिग्री, फ्लिप वर्टिकल या होरिजॉन्टल।



PART 4: MS Word – (Reference Tab) (रेफरेंस टैब)


Reference Tab का उपयोग मुख्य रूप से Academic, Research, Thesis, या Book Writing के दौरान किया जाता है, जहाँ आपको Citations, Bibliography, Footnotes, Indexing, Table of Contents जैसे फीचर्स की ज़रूरत होती है।


Reference Tab में निम्नलिखित समूह (Groups) होते हैं:



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1. Table of Contents (टेबल ऑफ कंटेंट्स)


यह आपके डॉक्यूमेंट की Headings (जैसे Heading 1, Heading 2...) के आधार पर एक ऑटोमेटिक सूची तैयार करता है।


Options:


Table of Contents: पहले से बने Templates से Table बनाएँ।


Custom Table of Contents: खुद से Formatting सेट करें – जैसे कौन-कौन सी Heading शामिल हो, कितनी Depth हो, Page Number दिखाना है या नहीं।


Remove Table of Contents: पहले से डाले हुए टेबल को हटाएँ।



जरूरी: पहले आपको अपने डॉक्यूमेंट में Heading Styles (Home Tab से) Apply करने होंगे।



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2. Footnotes (फुटनोट्स)


किसी Word या Sentence के लिए Extra जानकारी नीचे पेज में देने के लिए इस्तेमाल होता है।


Options:


Insert Footnote: पेज के नीचे नोट जोड़ता है।


Insert Endnote: डॉक्यूमेंट के अंत में नोट जोड़ता है।


Next Footnote: अगले फुटनोट पर जाता है।


Show Notes: सभी फुटनोट्स या एंडनोट्स को दिखाता है।



Shortcut Key: Alt + Ctrl + F (Footnote), Alt + Ctrl + D (Endnote)



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3. Research (शोध)


(नवीनतम वर्जन में Microsoft Editor/Smart Lookup से Replace हो चुका है)


Research फीचर की मदद से आप किसी शब्द के लिए इंटरनेट से जानकारी पा सकते हैं।


Smart Lookup: (Newer Version में)


किसी Word को Select करके Smart Lookup चलाने पर Bing से संबंधित जानकारी दिखती है।



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4. Citations & Bibliography (साइटेशन और बिब्लियोग्राफी)


Academic लेखन में दूसरे Authors की जानकारी देना जरूरी होता है – यही काम इस ग्रुप से होता है।


Options:


Insert Citation: जहाँ-जहाँ किसी Book, Article या Website का हवाला देना है, वहाँ Citation डालें।


Manage Sources: सभी Citations की List यहाँ दिखाई जाती है – आप एडिट या नया स्रोत जोड़ सकते हैं।


Style: MLA, APA, Chicago आदि स्टाइल्स में Citation देने का तरीका चुनें।


Bibliography: डॉक्यूमेंट के अंत में सभी Sources की List Automatically तैयार करें।



उदाहरण: अगर आपने किसी Book का हवाला दिया है, तो Citation में Book का नाम, लेखक, वर्ष आदि दिखेगा।



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5. Captions (कैप्शन)


तस्वीरों, टेबल्स, चार्ट्स आदि के नीचे या ऊपर कैप्शन (जैसे – Figure 1: Map of India) देने के लिए उपयोग होता है।


Options:


Insert Caption: कैप्शन जोड़ें – आप Label बदल सकते हैं (जैसे Figure, Table, Equation)।


Insert Table of Figures: जैसे Table of Contents होता है, वैसे ही सभी Figures/Tables की एक Index List बनाता है।


Update Table: अगर आपने नया Figure डाला है, तो Table को Update करें।




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6. Index (इंडेक्स)


यह शब्दों की Alphabetical List बनाता है, जो Books में सबसे अंत में होता है।


Steps:


किसी Word को Select करें


Mark Entry: उस शब्द को Index में डालें।


Insert Index: सभी Marked शब्दों की List एक साथ Add करें।



Options:


Mark Entry


Insert Index


Update Index




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7. Table of Authorities (कानूनी डॉक्यूमेंट्स के लिए)


यह मुख्य रूप से Law Documents में इस्तेमाल होता है जहाँ कानूनी Case References की सूची बनानी होती है।


Options:


Mark Citation: किसी केस, क़ानून, रेफ़रेंस को चिन्हित करें।


Insert Table of Authorities: सभी Citations की एक सूची बनती है।


Update Table: यदि आपने नए Citations जोड़े हैं तो यह टेबल को अपडेट करता है।




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उपयोग कैसे करें (Usage Tips):


Table of Contents के लिए:


1. पहले Headings को Style दें – Heading 1, Heading 2, etc.



2. फिर Table of Contents Insert करें।




Citation & Bibliography:


1. Insert Citation > Source details डालें।



2. अंत में Bibliography Insert करें।




Footnote और Endnote:


किसी भी लाइन के अंत में क्लिक करें > Insert Footnote


Index:


1. ज़रूरी शब्द को Select करें > Mark Entry



2. अंत में Insert Index करें।





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निष्कर्ष (Conclusion):


Reference Tab खासतौर से उन डॉक्यूमेंट्स के लिए बना है जहाँ:


Proper Research


Formatting


Proof of Sources


Index और Bibliography की आवश्यकता होती है।


यदि आप कोई किताब, थीसिस, रिसर्च पेपर, या लॉ डॉक्यूमेंट बना रहे हैं – तो Reference Tab एक अनिवार्य टूल है।



PART 5 MS Word – Mailing Tab (मेलिंग टैब)


Mailings Tab का उपयोग मुख्य रूप से Mail Merge के लिए किया जाता है। यह तब काम आता है जब आपको एक ही जैसा Content (जैसे एक Letter या Email) बहुत सारे लोगों को भेजना हो, लेकिन हर बार नाम, पता या कुछ अन्य जानकारी अलग-अलग होनी चाहिए।


Mailings Tab में मुख्य 6 समूह (Groups) होते हैं:



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1. Create Group


Start Mail Merge (स्टार्ट मेल मर्ज):


यह तय करता है कि आप किस प्रकार का डॉक्यूमेंट बना रहे हैं:


Letters – पत्र भेजने के लिए


E-Mail Messages – ईमेल भेजने के लिए


Envelopes – लिफाफे पर प्रिंट करने के लिए


Labels – पते के लेबल के लिए


Directory – एक डेटा सूची के लिए


Normal Word Document – सामान्य डॉक्यूमेंट में कन्वर्ट करने के लिए



Step-by-Step Mail Merge Wizard:

इससे एक गाइडेड प्रोसेस चालू होता है, जो आपको 6 आसान स्टेप्स में पूरा Mail Merge सिखाता है।



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2. Start Mail Merge Group


Select Recipients (सेलेक्ट रिसिपिएंट्स):


यहाँ से आप यह चुनते हैं कि किन लोगों को भेजना है – 3 विकल्प होते हैं:


Type a New List – एक नई लिस्ट खुद बनाएँ (जैसे नाम, पता आदि)


Use an Existing List – पहले से बनी Excel शीट या Access DB को Import करें


Choose from Outlook Contacts – Outlook के Contacts इस्तेमाल करें



Note: यह लिस्ट ही Mail Merge का मुख्य डेटा स्रोत होती है।



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3. Write & Insert Fields Group


यहाँ से आप डॉक्यूमेंट में Personalized Fields Insert करते हैं (जैसे Name, Address, City आदि)


Insert Merge Field:


जैसे ही आप रिसिपिएंट लिस्ट चुनते हैं, आपकी List के कॉलम यहाँ दिखाई देंगे।


उदाहरण: «First_Name», «Last_Name», «Address» आदि



Highlight Merge Fields:


सभी मर्ज फील्ड्स को हाइलाइट करके दिखाता है, ताकि आप पहचान सकें।


Address Block:


एक ही बार में पूरा पता ब्लॉक जोड़ता है।


Greeting Line:


सभी रिसिपिएंट के लिए एक जैसे शुभकामनाओं वाली लाइन Insert करता है जैसे – "Dear Mr. Sharma,"


Rules:


यहाँ आप लॉजिक लगा सकते हैं जैसे –


IF…THEN…ELSE (अगर Gender Male है तो लिखें "Mr." नहीं तो "Ms.")


Skip Record (कुछ रिकॉर्ड छोड़ें)


Ask, Fill-in (प्रॉम्प्ट से वैल्यू पूछे)




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4. Preview Results Group


Preview Results:


आप यह देख सकते हैं कि मर्ज करने के बाद आपका Letter कैसा दिखेगा।


Next / Previous Record:


एक-एक करके सभी रिसिपिएंट के लिए प्रीव्यू करें।



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5. Finish Group


Finish & Merge:


Mail Merge प्रक्रिया को पूरा करता है। 3 मुख्य विकल्प होते हैं:


Edit Individual Documents: हर रिसिपिएंट के लिए एक अलग वर्ड डॉक्यूमेंट बनाता है।


Print Documents: सीधे प्रिंट के लिए भेजता है।


Send Email Messages: सभी को ईमेल भेजता है (Outlook से जुड़ा होना जरूरी है)




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6. Envelope & Label Options (Letters के अलावा)


अगर आप Envelope या Label चुनते हैं तो:


आप Envelope Size और Printing Layout चुन सकते हैं


Labels के लिए Avery Templates आदि चुन सकते हैं




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Mail Merge का Step-by-Step उदाहरण:


मान लीजिए आप 100 लोगों को एक ही लेटर भेजना चाहते हैं, पर नाम, पता अलग-अलग है:


1. Start Mail Merge > Letters



2. Select Recipients > Use Existing List > Excel File चुनें



3. Insert Merge Field > «Name», «Address» आदि डालें



4. Preview Results – चेक करें सब कुछ सही है या नहीं



5. Finish & Merge > Print Documents या Edit Individual Documents





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निष्कर्ष (Conclusion):


Mailings T

मुख्य उपयोग Mass Communication के लिए होता है:


एक ही डॉक्यूमेंट को कई लोगों को भेजना।


पर्सनलाइज़ करना (नाम, पता, शहर आदि के अनुसार)।


समय और मेहनत बचाना।



PART 6: MS Word – (Review Tab) (रिव्यू टैब)


Review Tab का उपयोग मुख्य रूप से डॉक्यूमेंट की समीक्षा (Review), सुधार (Proofing), ट्रैकिंग (Tracking), और अनुवाद (Translation) के लिए किया जाता है। यह खासतौर से तब उपयोगी होता है जब एक ही डॉक्यूमेंट पर कई लोग काम कर रहे हों।


Review Tab के मुख्य 6 समूह (Groups):



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1. Proofing Group (प्रूफिंग ग्रुप)


यह समूह स्पेलिंग, ग्रामर और शब्दों की जांच करता है।


1. Spelling & Grammar (स्पेलिंग और ग्रामर):


पूरे डॉक्यूमेंट की वर्तनी (Spelling) और व्याकरण (Grammar) की गलतियों को खोजता और सुझाव देता है।


गलत शब्दों पर लाल लकीर, और व्याकरण की गलतियों पर नीली लकीर आती है।



Shortcut: F7



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2. Thesaurus (थिसॉरस):


किसी शब्द के समानार्थी (Synonyms) और पर्यायवाची शब्द दिखाता है।


लेखन को अधिक प्रभावशाली और विविध बनाता है।




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3. Word Count (वर्ड काउंट):


डॉक्यूमेंट में कुल शब्द, अक्षर, पैराग्राफ, पंक्तियाँ आदि की संख्या दिखाता है।


"Include textboxes, footnotes and endnotes" बॉक्स को टिक करके सबकुछ गिनें।




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2. Speech Group (स्पीच ग्रुप)


1. Read Aloud (रीड अलाउड):


आपके डॉक्यूमेंट को ज़ोर से पढ़ता है।


Text-to-Speech फीचर है।


आप आवाज़ की गति (Speed), आवाज़ (Voice Male/Female) चुन सकते हैं।




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3. Accessibility Group (एक्सेसिबिलिटी ग्रुप)


1. Check Accessibility:


यह चेक करता है कि आपका डॉक्यूमेंट दृष्टिहीन या अपंग लोगों के लिए उपयुक्त है या नहीं।


जैसे: Alt Text मिसिंग है? हेडिंग ठीक हैं? रंग कंट्रास्ट सही है?




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4. Language Group (भाषा ग्रुप)


1. Translate (अनुवाद):


किसी शब्द, वाक्य या पूरे डॉक्यूमेंट का अनुवाद करता है।


Bing Translator का उपयोग करता है।



उपविकल्प:


Translate Selection: चुने गए शब्द का अनुवाद


Translate Document: पूरे डॉक्यूमेंट का अनुवाद (नए टैब में)




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2. Language > Set Proofing Language:


यह निर्धारित करता है कि स्पेलिंग और ग्रामर किस भाषा में चेक किए जाएँगे।


जैसे: अंग्रेज़ी, हिंदी, फ्रेंच आदि।




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5. Comments Group (कॉमेंट्स ग्रुप)


यह ग्रुप डॉक्यूमेंट पर टिप्पणी (Comments) जोड़ने, हटाने और नेविगेट करने में मदद करता है।


1. New Comment:


डॉक्यूमेंट के किसी हिस्से पर टिप्पणी जोड़ें। टीम के लिए नोट्स या सुझाव।



2. Delete Comment:


किसी एक या सभी टिप्पणियों को हटाएँ।



3. Previous / Next:


पिछली या अगली टिप्पणी पर जाएँ।



4. Show Comments:


डॉक्यूमेंट के किनारे दिखने वाले सभी Comments को On/Off करें।




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6. Tracking Group (ट्रैकिंग ग्रुप)


यह ग्रुप विशेष रूप से तब काम आता है जब आप Track Changes (परिवर्तनों की निगरानी) करना चाहते हैं।


1. Track Changes:


जब यह ऑन होता है, तो आपके द्वारा किए गए सभी परिवर्तन (जैसे Text जोड़ना, हटाना, फॉर्मेटिंग बदलना) हाइलाइट होकर दिखाई देते हैं।


टीम के अन्य सदस्य देख सकते हैं कि किसने क्या बदलाव किया।



ON/OFF करने के लिए Shortcut: Ctrl + Shift + E



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2. Simple Markup / All Markup / No Markup / Original:


Simple Markup: केवल लाल लाइन से दिखाता है कि कुछ बदला गया है।


All Markup: सभी बदलाव, कमेंट्स, डिलीटेड टेक्स्ट, फॉर्मेट आदि दिखाता है।


No Markup: साफ-सुथरा डॉक्यूमेंट दिखता है, लेकिन ट्रैकिंग चालू रहती है।


Original: बदलाव से पहले का डॉक्यूमेंट दिखाता है।




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3. Show Markup:


यह तय करता है कि किस प्रकार के बदलाव दिखाने हैं:


Comments


Insertions and Deletions


Formatting


Specific People (किसने क्या बदला – दिखा सकते हैं)




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4. Reviewing Pane:


सभी बदलाव और टिप्पणियाँ एक साइड पेनल में दिखते हैं – दो व्यू में:


Vertical (बाएँ/दाएँ साइड)


Horizontal (नीचे)




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7. Changes Group (चेंजेस ग्रुप)


जब Track Changes चालू हो, तो आप हर बदलाव को स्वीकार (Accept) या अस्वीकार (Reject) कर सकते हैं।


1. Accept:


परिवर्तन को स्वीकार करें (बदलाव डॉक्यूमेंट में फिक्स हो जाएगा)


विकल्प: Accept & Move to Next, Accept All Changes



2. Reject:


परिवर्तन को अस्वीकार करें (पुराना टेक्स्ट वापस आ जाएगा)


विकल्प: Reject & Move to Next, Reject All Changes



3. Previous / Next:


पिछले या अगले बदलाव पर जाएँ।




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अतिरिक्त जानकारी (Extra Tips):


रिव्यू टैब का उपयोग तब ज़रूरी होता है जब:


आप किसी को डॉक्यूमेंट भेजकर उसकी राय चाहते हैं।


आप टीम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।


आपको किसी डॉक्यूमेंट को पब्लिश करने से पहले जांचना है।



आप चाहें तो Track Changes और Comment फीचर्स का उपयोग Word Online या Google Docs में भी कर सकते हैं।




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निष्कर्ष (Conclusion):


Review Tab एक प्रोफेशनल टूल है जो आपके डॉक्यूमेंट को:


सही बनाता है (Proofing)


उपयोगी बनाता है (Translation, Accessibility)


और Team-Friendly बनाता है (Comments, Track Changes)



PART 7: MS Word – View Tab (व्यू टैब)


View Tab का उपयोग डॉक्यूमेंट को देखने के तरीके को बदलने, ज़ूम करने, ले-आउट देखने, नेविगेशन करने और विंडो को व्यवस्थित करने के लिए किया जाता है। इससे आपका वर्कस्पेस और पढ़ने या एडिटिंग का अनुभव और बेहतर होता है।


View Tab के 5 मुख्य समूह (Groups):



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1. Views Group (व्यूज़ ग्रुप)


यहाँ से आप यह चुन सकते हैं कि आप डॉक्यूमेंट को किस तरह देखना चाहते हैं:


1. Read Mode (रीड मोड):


केवल पढ़ने के लिए आदर्श मोड।


इंटरफ़ेस में बदलाव आता है – टूलबार हट जाते हैं, ताकि ध्यान सिर्फ कंटेंट पर रहे।


मोबाइल या टैबलेट पर पढ़ने के लिए अच्छा है।




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2. Print Layout (प्रिंट लेआउट):


यह Default Layout होता है।


यह दिखाता है कि डॉक्यूमेंट प्रिंट होने पर कैसा दिखेगा।


पेज की सीमाएँ, मार्जिन, हेडर/फुटर आदि दिखते हैं।




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3. Web Layout (वेब लेआउट):


यह दिखाता है कि डॉक्यूमेंट वेब ब्राउज़र में कैसे दिखेगा।


इसमें पेज ब्रेक, मार्जिन नहीं होते।


वेब पब्लिशिंग के लिए अच्छा व्यू।




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4. Outline (आउटलाइन):


यह डॉक्यूमेंट की हेडिंग्स और सबहेडिंग्स के अनुसार उसे Outlined Format में दिखाता है।


रिसर्च पेपर, बुक्स या बड़े डॉक्यूमेंट को व्यवस्थित करने के लिए उपयोगी।




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5. Draft (ड्राफ्ट):


केवल टेक्स्ट दिखता है – फॉर्मेटिंग, हेडर/फुटर नहीं।


स्पीड से एडिटिंग के लिए अच्छा होता है।




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2. Immersive Group (इमर्सिव ग्रुप)


यह सुविधा मुख्य रूप से पढ़ने और ध्यान केंद्रित करने के लिए बनाई गई है।


1. Immersive Reader:


यह विशेष व्यू है जो पढ़ने के अनुभव को बेहतर करता है।


इसमें Text Spacing, Column Width, Page Color और Read Aloud आदि सुविधाएँ होती हैं।




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3. Page Movement Group (पेज मूवमेंट ग्रुप)


यहाँ आप यह तय करते हैं कि पेज ऊपर-नीचे स्क्रॉल होगा या बाएँ-दाएँ:


1. Vertical:


पेज ऊपर-नीचे स्क्रॉल होता है (Default Mode)



2. Side to Side:


पेज बाएँ से दाएँ (Swipe के जैसे) चलता है




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4. Show Group (शो ग्रुप)


यह ग्रुप डॉक्यूमेंट के कुछ अतिरिक्त एलिमेंट्स को On/Off करने की सुविधा देता है:


1. Ruler (रूलर):


डॉक्यूमेंट के ऊपर और बाएँ ओर रूलर दिखता है


Margins, Tabs, Indents को सेट करने में मदद करता है




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2. Gridlines (ग्रिडलाइंस):


पेज पर ग्रिड की तरह रेखाएँ दिखाई देती हैं


Design Alignment के लिए उपयोगी होता है




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3. Navigation Pane:


बाएँ साइड में एक पैनल ओपन होता है जिसमें:


Headings


Pages


Search Results



लंबे डॉक्यूमेंट में तेजी से नेविगेट करने के लिए अत्यंत उपयोगी




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5. Zoom Group (ज़ूम ग्रुप)


डॉक्यूमेंट के दृश्य आकार (Zoom Level) को नियंत्रित करता है:


1. Zoom:


कस्टम रूप से Zoom % चुन सकते हैं (जैसे 75%, 100%, 200% आदि)



2. 100%:


डॉक्यूमेंट को 100% वास्तविक आकार में दिखाता है



3. One Page:


स्क्रीन पर एक ही पेज पूरी तरह फिट हो जाए



4. Multiple Pages:


एक साथ दो या अधिक पेज देखें



5. Page Width:


पेज की चौड़ाई स्क्रीन के अनुसार फिट हो जाए




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6. Window Group (विंडो ग्रुप)


अगर आप एक से अधिक डॉक्यूमेंट पर काम कर रहे हैं, तो यह ग्रुप काम आता है:


1. New Window:


उसी डॉक्यूमेंट की एक नई Window खोलता है


एक ही फाइल को अलग-अलग स्थानों से देखने के लिए




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2. Arrange All:


एक से ज्यादा खुली Windows को स्क्रीन पर व्यवस्थित कर देता है (साइड-बाय-साइड)




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3. Split:


एक ही डॉक्यूमेंट को ऊपर और नीचे दो हिस्सों में बाँटकर दिखाता है


ऊपर एक भाग और नीचे दूसरा भाग देख सकते हैं




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4. View Side by Side:


दो अलग-अलग डॉक्यूमेंट को एक साथ बगल में दिखाता है


तुलना करने के लिए उपयोगी




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5. Synchronous Scrolling:


जब आप Side by Side व्यू में होते हैं, तो दोनों डॉक्यूमेंट एक साथ स्क्रॉल होते हैं




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6. Reset Window Position:


Side by Side View में विंडोज़ को रीसेट करके बराबर आकार देता है




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7. Switch Windows:


अगर आपने कई डॉक्यूमेंट खोले हैं तो यहाँ से किसी एक पर जल्दी स्विच कर सकते हैं




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7. Macros Group (मैकर्स ग्रुप)


1. Macros:


Macros ऐसे कमांड्स का रिकॉर्ड होता है जो आप बार-बार करते हैं


जैसे: एक बटन दबाते ही Formatting, Heading सेट होना


इसमें आप Macros Record, Run और Manage कर सकते हैं




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निष्कर्ष (Conclusion):


View Tab डॉक्यूमेंट को देखने, स्क्रॉल करने, ज़ूम करने और मल्टी विंडो एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए बहुत ही उपयोगी है।


पढ़ने के लिए Read Mode / Immersive Reader


काम के लिए Draft / Outline View


मल्टी विंडो मैनेजमेंट के लिए Split और Side by Side


Formatting Tools जैसे Ruler और Gridlines



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EXTRA TABS AND OPTIONS

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1. Design Tab (डिज़ाइन टैब)


Design Tab का उपयोग डॉक्यूमेंट की दिखावट और सौंदर्य को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। इसमें थीम, कलर, फॉन्ट और पेज बैकग्राउंड से जुड़ी सेटिंग्स होती हैं।



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Design Tab के मुख्य Groups:


1. Document Formatting Group (डॉक्यूमेंट फॉर्मैटिंग):


1. Themes:


यह डॉक्यूमेंट की पूरी डिज़ाइन को बदल देता है (फॉन्ट्स, कलर्स, इफेक्ट्स आदि एक साथ)


पहले से बने कई प्रोफेशनल थीम मौजूद हैं



2. Colors:


डॉक्यूमेंट के लिए एक कलर स्कीम चुनें (हेडिंग, लिंक, बॉर्डर आदि के लिए)


आप "Customize Colors" से अपना खुद का कलर सेट बना सकते हैं



3. Fonts:


हेडिंग और बॉडी के लिए फॉन्ट स्टाइल चुनें


कस्टम फॉन्ट कॉम्बिनेशन भी बना सकते हैं



4. Paragraph Spacing:


पैराग्राफ के बीच की दूरी को कंट्रोल करें (Compact, Relaxed, Double आदि)



5. Effects:


डॉक्यूमेंट के टेक्स्ट और Shapes पर इफेक्ट्स डालें जैसे – Reflection, Shadow, Glow आदि



6. Set as Default:


आपने जो भी डिजाइन सेट किया है, उसे डिफॉल्ट बना सकते हैं ताकि हर नए डॉक्यूमेंट में वही लागू हो




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2. Page Background Group (पेज बैकग्राउंड):


1. Watermark:


"Confidential", "Draft", "Sample" जैसे टेक्स्ट या कस्टम वॉटरमार्क जोड़ सकते हैं


टेक्स्ट या इमेज दोनों इस्तेमाल कर सकते हैं



2. Page Color:


पूरे पेज का बैकग्राउंड कलर बदल सकते हैं (प्रेजेंटेशन डॉक्यूमेंट के लिए उपयोगी)



3. Page Borders:


पेज के चारों ओर बॉर्डर लगा सकते हैं (लाइन, डबल लाइन, कलरफुल बॉर्डर, आर्ट आदि)




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2. Layout Tab (लेआउट टैब) या Page Layout (पुराने वर्जन में)


यह टैब डॉक्यूमेंट के पेज सेटअप, मार्जिन, कॉलम, इंडेंट, लाइन स्पेसिंग आदि को नियंत्रित करता है।



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Layout Tab के मुख्य Groups:


1. Page Setup Group:


1. Margins:


पेज के चारों तरफ कितनी जगह छोड़ी जाएगी (Normal, Narrow, Wide या Custom)



2. Orientation:


पेज को Portrait (ऊँचाई वाला) या Landscape (चौड़ाई वाला) करें



3. Size:


पेज का साइज चुनें (A4, Letter, Legal आदि)



4. Columns:


पेज को 1, 2, या 3 कॉलम में बाँट सकते हैं (जैसे अख़बार)



5. Breaks:


Page Break, Section Break आदि जोड़ सकते हैं


Page Break: नया पेज शुरू करता है


Section Break: नया सेक्शन बनाता है (अलग हेडर/फुटर के लिए)




6. Line Numbers:


हर लाइन के साथ लाइन नंबर जोड़ सकते हैं (कानूनी दस्तावेजों में उपयोगी)



7. Hyphenation:


लंबे शब्दों को तोड़कर Hyphen (-) जोड़ता है ताकि टेक्स्ट justify रहे




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2. Paragraph Group:


1. Indent (Left / Right):


पैराग्राफ की बाएँ या दाएँ साइड से जगह छोड़ सकते हैं



2. Spacing (Before / After):


पैराग्राफ के पहले और बाद में कितना Space हो




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3. Arrange Group:


(शेप्स/ऑब्जेक्ट के लिए एक्टिव होता है)


1. Position, Wrap Text, Bring Forward, Send Backward, Align, Group, Rotate


यह सभी ग्राफ़िक्स, इमेज, SmartArt आदि को व्यवस्थित करने में मदद करते हैं




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3. Developer Tab (अगर Enable किया हो):


Features:


Macros Record/Run


XML Commands


ActiveX Controls


Content Controls (जैसे Check Boxes, Text Boxes)


Code Editor Access



Enable करने के लिए:


File > Options > Customize Ribbon > Developer पर टिक करें




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4. Add-Ins Tab (कुछ Systems में):


आपने जो भी एक्स्ट्रा Add-ins (plugins या tools) जो हैं, वो यहां दिखते हैं




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5. Help Tab (कुछ वर्जन में):


Features:


MS Word की सहायता पाने के लिए Online Help Access


"Tell Me" सर्च बॉक्स


Contact Support


Feedback देना


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MS Word के Extra UI Elements – पूरी जानकारी हिंदी में



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1. Context Menu (Right Click Menu) – संदर्भ मेनू (राइट क्लिक मेनू)


क्या है?


जब आप MS Word में किसी टेक्स्ट, इमेज, या किसी ऑब्जेक्ट पर राइट क्लिक करते हैं, तो जो छोटा मेनू खुलता है उसे Context Menu कहते हैं।


यह मेनू उस सीन के अनुसार बदलता रहता है, यानी आप जिस चीज़ पर क्लिक कर रहे हैं, उसके अनुसार ऑप्शन दिखाता है।



मुख्य फीचर्स और विकल्प:


Cut / Copy / Paste: टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट को काटें, कॉपी करें या पेस्ट करें।


Font: टेक्स्ट का फॉन्ट, साइज, कलर तुरंत बदल सकते हैं।


Paragraph: पैराग्राफ अलाइनमेंट, लाइन स्पेसिंग, इंडेंट सेट कर सकते हैं।


Synonyms / Thesaurus: चुने हुए शब्द के समानार्थी या पर्यायवाची शब्द देख सकते हैं।


Hyperlink: लिंक जोड़ सकते हैं या एडिट कर सकते हैं।


Table Options: टेबल पर राइट क्लिक करने पर Insert, Delete Row/Column, Merge Cells आदि विकल्प दिखते हैं।


Image Options: इमेज पर राइट क्लिक करने पर Wrap Text, Size, Crop, Format Picture जैसे विकल्प मिलते हैं।


Spelling & Grammar: गलत शब्दों के लिए सुझाव मिलते हैं।




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2. Toolbar (रिबन) – टूलबार


क्या है?


MS Word में ऊपर की ओर जो बड़ा बार होता है, जिसमें Home, Insert, Design, Layout जैसे टैब होते हैं, उसे Ribbon Toolbar कहते हैं।


यह आपकी वर्ड प्रोसेसिंग के लिए सारे टूल्स को एक जगह पर व्यवस्थित करता है।



Ribbon के मुख्य हिस्से:


Tabs: जैसे Home, Insert, Design, Layout, References, Mailings, Review, View, आदि।


Groups: हर टैब में संबंधित टूल्स के समूह होते हैं, जैसे Font Group, Paragraph Group, Styles Group।


Commands: हर ग्रुप के अंदर ऑप्शन जैसे Bold, Italic, Align Left, Bullets, Numbering आदि।



Customize कैसे करें?


रिबन को मिनिमाइज़ या एक्सपैंड कर सकते हैं।


File > Options > Customize Ribbon से नए टैब या कमांड जोड़ सकते हैं।




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3. Status Bar (नीचे की पट्टी) – स्थिति पट्टी


क्या है?


MS Word की विंडो के सबसे नीचे जो पट्टी होती है, उसे Status Bar कहते हैं।


यह डॉक्यूमेंट की वर्तमान स्थिति की जानकारी देता है।



Status Bar पर दिखने वाली मुख्य जानकारी:


Page Number: आप किस पेज पर हैं और कुल पेज कितने हैं।


Word Count: शब्दों की संख्या, कैरेक्टर काउंट।


Language: चुनी गई भाषा।


Proofing Status: स्पेलिंग और ग्रामर जांच की स्थिति।


View Shortcuts: Print Layout, Web Layout, Read Mode जैसे व्यू बदलने के आइकन।


Zoom Slider: डॉक्यूमेंट का ज़ूम लेवल जल्दी बदलने का विकल्प।



Customize Status Bar:


Status Bar पर राइट क्लिक करें, आपको कई विकल्प मिलेंगे जिन्हें आप On/Off कर सकते हैं (जैसे Track Changes, Caps Lock Status, Page Number आदि)।




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4. Quick Access Toolbar (क्विक एक्सेस टूलबार)


क्या है?


यह MS Word के टाइटल बार के ऊपर या रिबन के ऊपर एक छोटा टूलबार होता है।


इसमें आप वे कमांड्स रख सकते हैं जिन्हें आप सबसे ज्यादा उपयोग करते हैं, जैसे Save, Undo, Redo, Print आदि।



Customize कैसे करें?


Toolbar के अंत में जो छोटे नीचे की तरफ़ तीर (dropdown arrow) है, उस पर क्लिक करें।


यहां से आप सामान्य कमांड्स चुन सकते हैं जैसे Save, Undo, Redo, New Document, Email आदि।



अगर कोई खास कमांड चाहिए, तो More Commands पर क्लिक करके पूरी कमांड लिस्ट में से चुन सकते हैं और जोड़ सकते हैं।

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